Wednesday, December 19, 2007

ब्लोग्वानी कि दिक्कत क्या है?


ब्लोग्वानी मैं जुड़ने कि लिए क्या उनको मैं करू, चिट्ठाजगत मैं तो एइसा नही किया था।
फले तो खुद बोलते है के "अपने ब्लाग पर ब्लागवाणी का लिंक लगायें.
अपने ब्लाग का URL (Ex. myblog.blogpost.com) नीचे दिये गये बॉक्स में टाइप कर के 'सबमिट' बटन दबायें. ब्लागवाणी खास आपके ब्लाग के लिये HTML Link बना देगी. जिसे आप अपने ब्लाग पर डाल सकते हैं.

आपके ब्लागवाणी लिंक में कुछ खास है। आप जब भी नयी पोस्ट लिखें अपने ब्लागवाणी वाले लिंक पर क्लिक करें, ब्लागवाणी फौरन आपकी पोस्ट उठा लेगा. मतलब जैसे ही पोस्ट लिखेंगे, वो ब्लागवाणी पर दिखेगी. अब इंतज़ार खत्म!" फिर मेरा ब्लोग का यू आर अल डाला तो , बोल दिया कि "
माफ कीजिये, यह ब्लाग ब्लागवाणी पर नहीं है। आप हमें blogvani एट cafehindi.com पर ई-मेल कर सकते हैं."
अरे भाई , ये तो बता दो कि ब्लोग जोडो का कोई आसान तरीका नही है क्या, आप को मेल किये तो १ दिन हो गया, पेर मेरे मेल का कोई जवाब नही आया, और मेरा ब्लोग भी नही जोडा आप लोगो ने।


प्रिय संजय बेंगाणी जी

अरे भाई , जो तिप्प्निया मिलती है उनका जवाब कैसे दु, त्तिपनियो पेर क्लिक्क करने पेर तो

संजय बेंगाणी जी

का प्रोफाइल खुल गया , और उस पेर ढेर सारे ब्लोग है, अब मेरे को कुछ पूछना है तो क्या करू। कोंसे ब्लोग पर मेंसेज दु ताकि आपका जवाब मिल जाये। वैसे मेरे को एक बात और पुच्नी है कि सोमनाथ से आसानी से बस अहमदाबाद के लिए मिल जाती है क्या।?

पत्रिका जैसा सही कोई नही है

भाई , हमारे राजस्थान मैं तो राजस्थान पत्रिका से आचा कुछ नही है। मेरे घर पेर पत्रिका और भास्कर दोनो आते है। पत्रिका जैसा सही कोई नही है। सब कुछ एकदम साफ सुथरा है। http://www.rajasthanpatrika.com/ पर पढ़ सकते हो आप लोग। रही बात फेले बुसिनेस अकभार कि तो हमारे जयपुर मैं तो नफा नुकसान चलता है हिन्दी मैं और
बाकी इंग्लिश के तो काफी आते है । माफ़ करना जी ज्यादा अक्भार नही पढता हूँ मैं। बस १५ मं. रोज पढ़ लेता हूँ।


मजा आ गया

मजा आ गया,
Thanks,

परमजीत बाली और उन्मुक्त जी , आप दोनो कि तिप्प्निया पढ़ कर आचा लगा , लगा कि सब काफी तेज हो रह है, हिन्दी वाले भी ऑनलाइन रहेते है।

रोमन मैं लिख कर देवनागरी दिखना और उसको काम मैं लेना सब गड़बड़ है।

मैं राहुल जैन जयपुर का हूँ, और अभि पढ़ रह हूँ "प्रथम वर्श मैं"। इंटरनेट पर काम करना आच्छा लगता है, हिन्दी ब्लोग के बारे मैं जान कर आच्छा लगा, पर हिन्दी ब्लोग पर तो सब के सब रायटर ही है , कोई आम आदमी तो मिल ही नही, खेर मैं तो आम आदमी ही हूँ। मेरे को हिन्दी टाइप आती है पेर ये रोमन मैं लिख कर देवनागरी हिन्दी दिखना और उसको काम मैं लेना सब गड़बड़ है। सीधे सीधे जो टाइप मशीन मैं जो लेटर्स होते है , उस टाइप कि कोई प्रणाली हो तो कोई भाई बता देना मेरे को।

ऑनलाइन पैसा कमाओ


ऑनलाइन पैसा कमाओ :
मैं इस ब्लोग मैं कुछ वो बाते लिख रहा ह जो कि कई लोग जानते होंगे , पर कुछ लोग वो भी होंगे जो कि ऑनलाइन पैसा कमाओ के बारे मैं कुछ ज्यादा नही जानते होंगे , बस मैं तो आपने इस ब्लोग मैं वो सारे लिंक दूंगा जो कि जानता हूँ।

फिर कल मिलते है
आपका राहुल